कोरोना पर अमित शाह के ट्वीट का भूपेश बघेल ने दिया जवाब

रायपुर। अब तक आप सोच रहे होंगे कि कोरोना को लेकर राजनीति की गर्म कढ़ाई कैसे नहीं चढ़ी?
किस्सा अब शुरू हो गया है। कल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। जिसके बाद उन्होंने भारत सरकार की कोरोना के खिलाफ तैयारियों को लेकर सवाल उठाए और लॉक डाउन के लिए तैयारियां नहीं होने के साथ ही मेडिकल इक्यूपमेन्ट, स्वास्थ्य सुविधाओं की भी भारी कमी का भी जिक्र किया था। उन्होंने यह भी कहा कि इससे भारत के मानवीय मूल्य और स्वास्थ्य, संकट के घेरे में हैं, इसे तब ही दूर किया जा सकता है जब सभी एकजुटता से काम करें।
सोनिया गांधी के इस प्रतिक्रिया के बाद शाम 4 बजकर 51 मिनट में गृहमंत्री अमित शाह ने सरकार की ओर से मोर्चा सम्हाला और कहा
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, कोरोनावायरस से लड़ने भारत के प्रयासों की घरेलू और वैश्विक स्तर पर प्रशंसा की जा रही है। COVID-19 को हराने के लिए 130 करोड़ भारतीय एकजुट हैं। फिर भी, कांग्रेस ओछी राजनीति कर रही है। इस समय वे राष्ट्रीय हित के बारे में सोचें और लोगों को गुमराह करना बंद करें।”
इस पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कमान सम्हाली और एक ट्वीट दागा जिसमें उन्होंने अमित शाह को कोट करते हुवे कहा कि
“राष्ट्रहित के ही तो सवाल उठाए हैं, कांग्रेस ने अमित शाह जी प्रधानमंत्री ने कोविड लॉक डाउन से पहले राज्यों से मशविरा कर लिया होता तो वह और अधिक राष्ट्रहित में होता। संघीय प्रणाली में सुझाव और सवाल दोनों आवश्यक हैं।”
ट्विटर वार के साथ ही अब कोरोना पर सियासी रंग चढ़ने लगा है, लेकिन एक बात आज तक समझ से परे है दोनों ही पार्टियां एक दूसरे को राष्ट्रहित की शिक्षा देती है, जब दोनों ही दलों को राष्ट्रहित की इतनी चिंता है तो फिर इतना जंजाल क्यों?
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