CBI छापों पर भाजपा-आप में जुबानी जंग:अनुराग ठाकुर ने कहा- दिल्ली में रेवड़ी और बेवड़ी सरकार; सिसोदिया बोले- मुझे जेल भेजने की तैयारी

CBI छापों पर भाजपा-आप में जुबानी जंग:अनुराग ठाकुर ने कहा- दिल्ली में रेवड़ी और बेवड़ी सरकार; सिसोदिया बोले- मुझे जेल भेजने की तैयारी

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर CBI छापे के अगले दिन केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने AAP सरकार पर हमला बोला है। ठाकुर ने केजरीवाल सरकार को रेवड़ी और बेवड़ी सरकार तो कहा ही, साथ ही शराब घोटाले में सिसोदिया का नाम आने को लेकर तंज कसा कि अब उनके नाम में मनीष की स्पेलिंग M O N E Y SHH हो गई है।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि अगर शराब नीति ठीक थी तो आपने वह वापस क्यों ली? आप की हालत ऐसी थी कि अगर चोर को दाढ़ी में तिनका दिखा, तो उसने बचने के लिए दाढ़ी ही मुंडवा ली। बिलकुल इसी तरह मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल को जब शराब नीति में भ्रष्टाचार दिखा, तो शराब नीति वापस ले ली।

ठाकुर का सवाल- ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को ठेका दिया या नहीं?
केंद्रीय मंत्री ने सवाल उठाया, 'अगर मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को रिटेल में शराब बेचने की अनुमति नहीं थी, तो इस नीति के तहत उन्हें अनुमति क्यों दी गई? कार्टेल कंपनियों को ठेका क्यों दिया गया?' ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को ठेका दिया गया या नहीं? यह आम आदमी पार्टी की सरकार रेवड़ी सरकार और बेवड़ी सरकार है।'

सिसोदिया बोले- दो-चार दिन में मुझे गिरफ्तार कर लेंगे
इससे पहले मनीष सिसोदिया ने भी शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि दिल्ली की एक्साइज स्कीम सबसे अच्छी स्कीम है। देश में यह एक उदाहरण बन सकती है। कल मेरे घर CBI की रेड पड़ी थी। सारे ऑफिसर अच्छे थे। सबका व्यवहार काफी अच्छा था। उनसे मुझे कोई तकलीफ नहीं हुई। दो से चार दिन में मुझे गिरफ्तार कर लेंगे, जेल में डाल देंगे।

सिसोदिया ने कहा कि कल बिन बुलाए, अनचाहे मेहमानों के बीच था, जिनके बीच रहना कोई पसंद नहीं करता। उसके बाद मुझे लगा कि मैं यहां (कार्यक्रम में) आऊं या नहीं आऊं। मुझे लगा कि मैं यह काम करने के लिए हूं न कि वह जो कल करना पड़ा। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली की शराब नीति सबसे अच्छी है।

अपडेट्स...

  • दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वे डिप्टी CM मनीष सिसोदिया के साथ 22 अगस्त से दो दिन के गुजरात दौरे पर जा रहे हैं।
  • एक्साइज पॉलिसी मामले में CBI शनिवार को 5 आरोपियों से पूछताछ करेगी। इसके लिए जांच एजेंसी ने समन भेजा है।
  • दिल्ली की नई शराब नीति की आड़ में घोटाले को लेकर CBI ने बड़े दावे किए हैं। जांच एजेंसी के मुताबिक, इसकी पटकथा दिल्ली नहीं, मुंबई में लिखी गई थी। इसे तैयार करने में मुंबई की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के पूर्व CEO का नाम सामने आया है।
  • CBI ने FIR में लिखा है कि मामले को साफ-सुथरा दिखाने के लिए आबकारी विभाग के रिकाॅर्ड में बड़े पैमाने पर फर्जी एंट्री की गईं, ताकि सरकारी मातहतों और निजी पक्षों को सीधे लाभ पहुंचाया जा सके। इस बीच, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने करीब 12 IAS अफसरों का तबादला कर दिया गया।
  • CBI की FIR में दावा है कि मुंबई की मेसर्ज ओनली मच लाउडर एन एंटरटेनमेंट एंड इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के पूर्व CEO विजय नायर ने सिसोदिया के साथ मिलकर नई नीति का खाका तैयार किया था। इसमें मनोज राय, ब्रिंडको सेल्स के अमनदीप ढल और इंडो स्प्रिट ग्रुप के एमडी समीर महेंद्रू ने मदद की।
  • आबकारी विभाग के दो पूर्व आला अधिकारी और एक मौजूदा अधिकारी भी इस नीति का खाका तैयार करने वालों में शामिल हैं। CBI को सबूत मिले हैं कि अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडेय ने सिसोदिया के साथ मिलकर लाइसेंस होल्डर्स से मिले अवैध फंड को डायवर्ट किया, ताकि मामला खुले भी तो अधिकारियों को दोषी ठहराया जा सके।
  • छापे के बीच सोशल मीडिया पर लिखते रहे सिसोदिया, पता चला तो मोबाइल जब्त
    CBI ने शुक्रवार को दिल्ली के एक्साइज स्कैम में डिप्टी CM मनीष सिसोदिया के आवास समेत 7 राज्यों की 21 जगहों पर रेड डाली थी। छापेमारी करीब 14 घंटे तक चली। CBI टीम शुक्रवार सुबह 7 बजे मनीष सिसोदिया के घर पहुंची।

    सुबह 8:32 बजे सिसोदिया ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी। इसकी भनक CBI को भी नहीं लगी। इसके बाद पार्टी कार्यकर्ता वहां पहुंचने लगे तो CBI हेडक्वार्टर से बताए जाने के बाद टीम ने सिसोदिया का मोबाइल स्विच ऑफ करवाया। अफसरों ने उनके और परिवार के बाकी सदस्यों के फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं।

  • केस से जुड़ी एक बड़ी बात सामने आई है। दरअसल, CBI ने मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ छापे से दो दिन पहले यानी 17 अगस्त को ही FIR दर्ज कर ली थी। इसमें दावा किया गया है कि एक शराब कारोबारी ने मनीष सिसोदिया के नजदीकी को एक करोड़ रुपए दिए थे।

  • 2015 के बाद से AAP के कई मंत्रियों-विधायकों और उनके अफसरों के खिलाफ केस, जांच, छापे... ये अब भी जारी हैं

  • मई 2022 में मंत्री सत्येंद्र जैन को हवाला लेनदेन के आरोप में ED ने गिरफ्तार किया।
  • 2020 में डॉक्टर के सुसाइड में विधायक प्रकाश जारवाल के खिलाफ गैर जमानती वारंट।
  • 2020 में सिसोदिया के OSD गोपालकृष्ण CBI गिरफ्त में। GST में गड़बड़ी।
  • 2018 में मंत्री कैलाश गहलोत पर कर चोरी के आरोप में आयकर छापा। 2021 में 1000 लो-फ्लोर बसों की खरीद में भी CBI जांच।
  • मई 2018 केजरीवाल के भतीजे विनय बंसल को ACB ने लोक निर्माण विभाग में घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया। वित्तीय अनियमितताओं में शामिल फर्म में 50% हिस्सेदारी का आरोप।
  • 2016 में ‘टॉक टु एके’ अभियान में गड़बडी पर CBI ने मंत्री सिसोदिया से पूछताछ की।
  • 2016 में आप विधायक अमानतुल्ला खान के खिलाफ ‘अवैध’ नियुक्तियों के मामले में CBI को केस चलाने की अनुमति मिली।
  • दिसंबर 2015 में CBI ने केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्रकुमार के दफ्तर की तलाशी ली। चार्जशीट में आरोप कि एक कंपनी से साठगांठ के चलते राज्य को 12 करोड़ का नुकसान।